खोया सामान -02-Apr-2024
प्रतियोगिता हेतु
दिनांक: 02/04/2024
खोया सामान (स्वैच्छिक)
वो सुकून,
वो आराम के पल कहां हैं?
कोई बताए हमें,
वो खोए पल कहां हैं?
जिसमें हम रहते थे शान से
वो हमारा खोया सामान कहां है?
वो सुकून,,,,,
वो आराम के पल कहां हैं?
ए दिल! क्या सोचता है तू?
अब नहीं आएगा वो पल
जो बीत चुका है
अब नहीं आएगा वो लम्हा
जो पत्ते की तरह टूट चुका है।
पर आएंगी यादें
जो कर देंगी बेचैन
मन में जगा देंगी
बिछड़े पलों को फिर से
पा लेने की तमन्नाएं।
वो हमारा खोया सामान कहां है?
वो सुकून
वो आराम के पल कहां हैं?
शाहाना परवीन 'शान'...✍️
Mohammed urooj khan
16-Apr-2024 12:31 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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Gunjan Kamal
08-Apr-2024 08:19 PM
बहुत खूब
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Gobind Rijhwani "Anand"
02-Apr-2024 08:27 PM
बहुत बढ़िया 👌👌👌
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